Responsive Ad

फ्लाइट में हुई थी दिलीप कुमार-जेआरडी टाटा की पहली मुलाकात, एक्टर को मिली थी जीवन की बड़ी सीख

नई दिल्ली। हिंदी सिनेमा जगत के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार 98 साल के हो गए हैं। दिलीप कुमार की बढ़ती उम्र के साथ वह बीमार भी रहने लगे हैं। इसलिए वह ज्यादात्तर अपना वक्त घर पर ही बिताते हैं। लेकिन सालों बाद भी अभिनेता के बारें में जानना लोग पसंद करते हैं। इन दिनों सोशल मीडिया पर दिलीप कुमार और जेआरडी टाटा की पहली मुलाकात के बारें में बात की जा रही है। चलिए आपको बतातें हैं कि कैसे हुई इन दो दिग्गजों की मुलाकात।

दिलीप कुमार ने किया जेआरडी संग पहली मुलाकात का जिक्र

दिलीप कुमार और जेआरडी की मुलाकात का जिक्र दिलीप साहब की बायोग्राफी में है। इस बायोग्राफी के अनुसार जब वह करियर की ऊंचाई पर थे। तब वह एक बार एयर इंडिया से सफर कर रहे थे। उनकी साथ की सीट पर एक बुजुर्ग शख्स बैठे थे। जो बहुत साधारण सी पैंट और शर्ट पहने हुए थे। उन्हें देख ऐसा लग रहा था वह एक मिडिल परिवार से ताल्लुक रखते हैं, लेकिन काफी अच्छे पढ़े- लिखे हैं। बायोग्राफी में बताया गया कि फ्लाइट में सभी उन्हें पहचान गए थे। लेकिन साथ में बैठे शख्स को उनकी मौजूदगी का पता ही नहीं था।

वह साथ ही में ही बैठे थे और अखबार पढ़ते हुए खिड़की से बाहर देख रहे थे। तभी यात्रियों को चाय दी और उन्होंने एक चाय का कप उठाया और शांति से पीने लगे। चाय पीते हुए दिलीप साहब उस शख्स से बातचीत करने लगे। दिलीप साहब शख्स से बात करने के लिए उनकी ओर देख मुस्कुराए और उनसे हैलो कहा।

आरजेडी नहीं पहचान पाए दिलीप कुमार को

दिलीप कुमार ने अपनी बायोग्राफी में आगे लिखा कि 'चाय पीते हुए दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई और फिर जब फिल्मों का मुद्दा आया तो उन्होंने पूछा कि क्या आप फिल्में देखते हैं? इस बात का जवाब देते हुए शख्स ने कहा कि हा, थोड़ी बहुत। बहुत सालों पहले कई फिल्में देखी थी। यह सुनकर दिलीप साहब ने कहा कि वह फिल्मों में करते हैं। जिसे सुनकर शख्स ने कहा कि यह तो बहुत अच्छा है। दिलीप साहब ने बताया कि उन्होंने उस शख्स को बताया कि वह एक अभिनेता है। जिसे सुनकर वह बोले-अरे वाह ये तो बहुत अच्छी बात है।'

नाम जानकर हैरान रह गए थे दिलीप कुमार

दिलीप कुमार ने बताया कि जैसे ही फ्लाइट का सफर खत्म हुआ उन्होंने उस शख्स की ओर अलविदा कहने के लिए हाथ बढ़ाया और कहा कि उनके साथ सफर करके उन्हें बहुत अच्छा लगा। वैसे मेरा नाम दिलीप कुमार है। जिसके बाद उस शख्स ने भी हाथ मिलाया और धन्यवाद करते हुए कहा कि आपसे मिलकर अच्छा लगा मैं जेआरडी टाटा हूं। यह सुनकर दिलीप कुमार हैरान रह गए। अपनी बायोग्राफी में इस किस्से को शेयर करते हुए दिलीप कुमार ने लिखा, 'उस दिन मुझे समझ आया कि कोई फर्क नहीं पड़ता आप कितने बड़े हैं, क्योंकि हमेशा कोई न कोई आपसे बड़ा मौजूद रहेगा। हमेशा विनम्र रहें...।'



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/3fyK7id
via IFTTT

Post a Comment

0 Comments